शुक्रवार, 21 मई 2010

तेरा साथ

तेज़ धूप में छांव को पाती हूं
जब तेरे एहसासों के छाये में होती हूं
कदम थकते नहीं
जब तेरे ख्यालों में खोई चलती हूं
गर्म तेज़ हवाएं चुभते नहीं
जब तेरे छुअन से होकर गुजरती हूं
पतझड़ बहार लगती है
जब तेरे साथ मैं होती हूं
तेरे हर पल का साथ
हर एक बुरी चीजों को बदल देती है
कर देती है मेरे लिए हसीन
तेरा साथ जब होता है...।

2 टिप्‍पणियां:

  1. "तेरे हर पल का साथ
    हर एक बुरी चीजों को बदल देती है
    कर देती है मेरे लिए हसीन"
    सुखद और सुकून देती ख्यालों की बानगी अच्छी लगी

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