रविवार, 5 अप्रैल 2009

मैंने देखा सपना


कल मैं ने एक सपना देखा
इस सपने में देखा अपना भविष्य
अपने को बदलते देखा
सिद्धांतो से परे हटते देखा
क्यों देखा मैंने इस सपनें को ये मैं सोचू
सपने में मै अपने अंदर मरते मासूम लड़की को देखा
आजाद होती ये लड़की कुछ ज्यादा ही आजाद होती जा रही है
क्यों देखा मैने ये सपना ये मैं सोचू
आंगन में खेलता बचपन अचानक गुम होते देखा
मां के ऑचल से दूर होते मै खुद को पाया
क्यों मैंने देखा ये सपना ये मैं सोचू
अगर किसी को मेरे सपने का अर्थ पता हो तो मुझे बताये।

1 टिप्पणी:

  1. नीतू जी अब आप बडी हो गई हैं, ऊंची उडान भरिये, बहुत मजा आएगा। अच्‍छा लिखा धन्‍यवाद।

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